जीवन का रहस्य

जीवन का रहस्य

Mind ,Body,Soul

जीवन क्या है ?

जीवन का रहस्य क्या है ? जीवन शब्द सुनते ही मेरे और आपके मन में कई विचार आते होंगे आखिर जीवन है क्या ?जो हम जी रहे है वो जीवन है !

हम जी क्यों रहे हैं ?

सभी लोगो का जीवन व्यतीत करने का अपना तरीका है .इसलिए सभी के हिसाब से जीवन की परिभाषा विभिन्न होगी.किसी के लिए जीवन मजाक है तो किसी के लिए डरावना.आज की आधुनिक दुनिया में लोग इतने व्यस्त है कि लोग जिंदगी जीना ही भूल गए है.लोग रोटी, कपडा और मकान के पीछे भाग रहे है .लोगो ने जीवन का रहस्य जाना ही नहीं.जीवन अर्थात परीक्षा हमारे जीवन में आनेवाली सभी कठनायिओं का डट के सामना करना. जीवन का रहस्य यह भी है. हमें , अकसर ए पता ही नहीं होता क़ि हम जी क्यों रहे हैं ?

जीवन अर्थात सिर्फ अपनी जरूरते ही पूरी करना नहीं है अगर ईश्वर ने हमें जीवनदान दिए है तो उसका उचित उपयोग करना चाहिए.सिर्फ पेट भरना है इसलिए ही काम नहीं करना चाहिए नहीं,तो जीवन का कोई लाभ नहीं. जीवन का रहस्य वास्तव में हैं क्या ?

हमारा जीवन भी ,सफल और समृद्ध लोगों की तरह खुशनुमा होना चाहिए . क्यों कुछ लोंग , हमेशा आमिर और सफल होते हैं और कुछ लोंग , रात – दिन , परिश्रम करने के बाद भी , उम्र भर ,दो समय की रोटी ही इकठ्ठा करते रह जाते हैं ?

क्यूंकि अक्सर लोगों को ,ए भी पता नहीं होता , कि ओ काम पर क्यों जाते हैं , उनके सामने कोई लक्ष्य नहीं होता हैं .

लक्ष्य का महत्तव

 जीवन का रहस्य

अगर आपने अपना लक्ष्य नहीं निर्धारित किआ है तो आपके जीवन का कोई अर्थ नहीं है .आपका पूरा जीवन निरर्थक है . ऐसे जिंदगी तो कीड़े ,मकोड़े भी जी लेते है फिर उनमे और हममे क्या अंतर है?

हमारा जीवन बहुत सारी कठनायिओं से घिरा है रास्ता मुश्किल है ,मंजिल दूर है लेकिन असंभव नहीं है!  लहरों  से डरकर नौका पर नहीं होती कोशिश करनेवालों की हार नहीं होती.

ऐसे भी नहीं है कि हमारे जीवन में हमेशा ही मुश्किलें आती हैं ,अगर जीवन में दुख है तो सुख भी है.बस इंसान को कभी हताश नहीं होना चाहिए . जरुरी नहीं कि हमें हर बार निराशा ही मिले या हर बार ख़ुशी इंसान को दोनों ही परिस्थिति में संतोष करना चाहिए . जैसे हम खुशियों का स्वागत करते है वैसे दुःख का भी करना चाहिए.जब हमें दुःख मिलता है तब हम ईश्वर को बोलते है , हे भगवन ऐसे क्यों किआ ,हर बार मेरे साथ ही क्यों  होता है में ये सोचती हूँ  , यही बात हम तब क्यों नहीं बोलते जब हमें सुख मिलता है कि हे भगवन इतना सुख को दिए उस वक्त तो लोग ईश्वर को याद भी नहीं करते . जीवन का रहस्य यह भी है .

ईश्वर सभी को सामान सुख देते हैं

मनुष्य जीवन ऐसे ही है वो हर समय सुख की कामना करता है परन्तु ईश्वर सभी को सामान सुख देते है और दुःख , भी हमें हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना है बस .कभी कभी जीवन में इतनी निराशा आ जाती है कि इंसान जीने की इच्छा ही त्याग देता है ,उसका जीवन कही हताश और निराशा में दुब जाता है पूरी दुनिया उसे व्यर्थ लगने लगती है .कई बार वो वो अपनी जिंदगी ख़तम करने का सोचता इस समय वो सिर्फ अपने दुःख और अपने बारे में सोचता है वो यह भूल जाता है कि उसके एक कदम या एक फैसले से कितनी लोगो की जिंदगी जुडी है .

तो ऐसे कोई भी काम इंसान को नहीं करना चाहिए .उसे सारी चुनौतियों का सामना कर जिंदगी जीना चाहिए . जीवन में आनेवाली सभी कठिनाइयों को सामना करना उसका डट कर सामना करना ही जीवन है . जीवन का रहस्य यह भी है .

सफलता का मतलब डिग्री नहीं हैं

हमें सिर्फ अपने बारे में ही नहीं सोचना चाहिए लोगो का भी भला हो ऐसे काम करना चाहिए .ऐसे काम करो जिससे हमारे साथ हमारे परिवार , अन्य लोंग तथा देश का भला हो, हमारे देश का  नाम हो और उसके लिए देश के हर इन्सान को सफल होना पड़ेगा.सफलता पाना आसान नहीं है लेकिन मुश्किल भी नहीं जीवन है तो संघर्ष तो करना ही पड़ेगा. आपकी नजरों में कौन सफल है ? क्या वो इंसान सफल है जिसने डिग्री तो ले ली लेकिन उसे आजतक नही पता आगे उसे करना क्या है .

सफल वो अध्यापक है जो छात्रों को पढ़ा रही है जिसने सुरु से ही सोचा था मुझे अध्यापक बनना है , सफल वो फेरीवाला है जो जो कपडे बेचता है और अपना व्यवसाय को आगे बढाने का सोचता है.सही मायने में वो सफल है जिसने अपना लक्ष निर्धरित किआ है वो इंसान सफल है जो अपने लक्ष की दिशा में काम करता है उसी दिशा में आगे बढ़ता है.अपने काम का समय और सीमा निर्धारित करके आगे बढ़ता है.प्रतिदिन अपने निर्धारित समय पे उठकर समय पे काम करता है. अर्थात दुनिया में वही इंसान सफल है जिसने अपना लक्ष पहले से सोच रखा है और जिन  लोगों ने नहीं सोचा वो असफल है . जीवन का रहस्य यह भी है लक्ष्य निर्धारित करें और उसे पाने के लिए , पूरी तरह से समर्पित हो जाएँ .

सफलता पाने के लिए ,ग्राहक का विश्वास जीतें .

सबसे बड़ी और अहम बात ए है कि इंसान को अपने काम प्रति ईमानदार होना चाहिए और अपने काम का सम्मान करना चाहिए चाहे वो काम बड़ा हो या छोटा , क्योंकि जो व्यक्ति अपना या काम का सम्मना नहीं करता ना तो दूसरा व्यक्ति उसका सम्मान करता है और न ही काम अर्थात उसे अपने काम में हानि मिलता है लाभ नहीं और ईमानदार इसलिए को की एक बार विश्वास टूटे जाये तो दोबारा विश्वास करना मुश्किल हो जाता है . जीवन का रहस्य यह भी है कि सफलता पाने के लिए ,ग्राहक का विश्वास जीतें .

सफलता का मतलब धन है

सफलता का मतलब धन है , अर्थात धन पाने के लिए ,आपको सफल होना पड़ेगा . आपको , अपने ग्राहकों को उन्नत सेवाएं या वस्तुएँ ,उपलब्ध करानी होगीं , जितना काम आप कर सकते हैं , उससे ज्यादा करने प्रयत्न करना होगा . सफलता के परिणामस्वरूप धन मिलता है.

जीवन का सार

एक दोहा है रहीम जी का ,रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़े चटकाय टूटे से फिर न जुड़े , जुड़े परी गाँठ परी जाए! यही जीवन का सार है . जीवन घडी के समान है जैसे घडी चलती है टिक टिक वैसे मनुष्य उसकी सुईओं की भाती चलता है जैसे घड़ी की सुई रुक जाती है वैसे ही मनुष्य जीवन भी कभी भी रुक जाता है . जीवन का रहस्य ये भी है कि आप सुन्दर और साफ-सुथरे विचारों के साथ ,निरंतर उन्नतशील बने रहे हैं .

विचार ही भगवान हैं

हमारे विचार ही हमारे जीवन को सही दिशा देते हैं। हम जैसा विचार करते हैं, उसी तरह के जीवन को अपने लिए आकर्षित करते हैं। दुनिया के जितने भी महान , इंसान हुए हैं , सभी ने , विचारों के महत्तव पर जोर दिया हैं , अगर आप आमिर बनना चाहते हो , तो अमीरी का विचार रखें। यदि आप भले इंसान बनना चाहते हैं , भले इंसान का विचार रखें।
हमारा मस्तिक एक उन्नत यन्त्र के तरह हैं , इसमें आप जैस विचार रखोगे , यह आपको वैसी परिस्तिथि उत्पन्न करके देंगे।
ये मत सोचो , ये काम कैसे होगा, ये विचार आप , आप से भी अधिक शक्तिशाली ताकत के हाथ छोड़ दो। आप सिर्फ अच्छे और उन्नत विचार रखें और अपने लक्ष्य के पास ले जाने वाले रास्तों पर , पूरी तत्परता से काम करें। ऐसा हो ही नहीं सकता कि आप असफल हों।

वास्तव में कोई जीवन का रहस्य नहीं हैं , सिर्फ एक बात सही हैं , कि तुम जैसा विचार करोगे वैसा पाओगे।

जीवन का रहस्य